बैरगनिया: प्रखंड में पंचायत चुनाव को लेकर प्रत्याशियों द्वारा मतदाताओं को रिझाने
का प्रयास शुरू हो गया है.चुनाव चिन्ह आवंटित होते ही कोई ईवीएम मशीन का डुप्लीकेट
लेकर तो कोई प्रत्याशी अपना पर्चा लेकर मतदाताओ के पास पहुंच रहे है. उम्मीदवारों
द्वारा मतदाताओ के सामने वादों की झड़ी लगाई जा रही है. निवर्तमान पंचायत प्रतिनिधि
जहां अपने कार्यकाल की उपलब्धियो की गिनती करा रहे है वही नए प्रत्याशी पंचायत की
समस्याओं को चुटकी में खत्म करने का भरोसा दिला रहे है. परन्तु इस सब से इतर
नन्दवारा पंचायत के लोग आज भी चचरी पुल के सहारे प्रखंड मुख्यालय में जाते है.
नन्दवारा गांव को धुनिया टोला के रास्ते प्रखंड मुख्यालय को जोड़ने वाली सड़क के
कुढ़नी पर पुल नहीं होने के कारण ग्रामीणों द्वारा अपने श्रम व खर्चे से चचरी पुल का
निर्माण किया गया था. हालांकि वह चचरी पुल भी इस समय जर्जर हो चुका है. लोग किसी
तरह जान हथेली पर लेकर इस पुल के सहारे प्रखंड मुख्यालय तक पहुंच रहे है. चाहे लोक
सभा का चुनाव हो या विधान सभा अथवा पंचायत चुनाव उक्त सभी चुनावो में इस पुल का
मुद्दा प्रमुख रूप से छाया रहता है. सभी चुनावो में प्रत्याशी पुल बनाने का वादा
करके चले जाते है परन्तु समस्या का समाधान नही हो पाता है. इस बार के पंचायत चुनाव
में भी नन्दवारा पंचायत में चचरी पुल का मुद्दा प्रमुख रूप से छाया रहेगा. इस बार
भी प्रत्याशी चचरी पुल को आरसीसी पुल में बदलने का वादा कर रहे है. ग्रामीण अशोक
श्रीवास्तव, रणजीत कुमार, अमित कुमार, किशोरी साह, मनोज साह, राहुल सिंह सहित कई
ग्रामीणों ने बताया कि इस पंचायत चुनाव में पुल का मुद्दा मतदाताओ द्वारा उछाल गया
है. सभी प्रत्याशी भी पुल बनाने का वादा कर रहे है. अब देखना है कि चुनाव जीतने के
बाद पंचायत प्रतिनिधि अपने वादे पर कायम रहते है कि पहले की तरह इसे भूल जाते है.
विधायक मोतीलाल प्रसाद ने बताया कि पुल निर्माण को लेकर वे गम्भीर है. उनके इस
कार्यकाल में पुल का निर्माण जरूर होगा. फिलहाल पंचायत चुनाव के इस शोर गुल में कई
मुद्दों के साथ साथ चचरी पुल का मुद्दा भी जोर पकड़ता नजर आ रहा है. फोटो- नन्दवारा
कुढ़नी पर बना चचरी पुल
मुसाचक युवा सेना और मुसाचक के लोगो का कहना हैं शराब मुक्त बिहार ये झूठा है प्रचार सुनिए नीतीश कुमार हमारे पंचायत में खुल्याम दारू बिकता है आप इसका जांच करवाए और इनका कहना हैं। पूरे बिहार में दारू बिकता है। फिर किस बात का शराब मुक्त बिहार बंद करिए झूठा प्रचार या बंद करिए पूर्ण से दारू का व्यापार

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