इसी 21,12,2021 को बैरगनिया रेल्वे के जमीन को अपने और अपने परिवार के भरण पोषण के लिए अतिक्रमण कर बनाए झुगी झोपड़ी वाले दुकान को रेल्वे प्रशासन के द्वारा बुलडोजर चलाकर तोड़ने का निर्णय लिया गया है, लेकिन ये बात भी रेलवे सरकार और प्रशासन जान ले की बैरगनिया स्टेशन परिसर में सिर्फ झोपड़ी ही नहीं है पक्के के मकान भी बहुत है, जो रेल्वे के सरकारी जमीन को अतिक्रमण कर के कुछ लोगो द्वारा बनाया गया है और अभी तक उस मकान से न जाने कितनी लाख रुपए अभी तक लोग कमा भी लिया है बिना रेल्वे को मालगुजारी दिए बिना, तो एसे पक्के मकान पर रेल्वे सरकार का बुलडोजर कब चलेगा, सिर्फ गरीब के झोपड़ी ही बार बार क्यो तोरे जाते है, जो गरीब अपने भरण पोषण के लिए चाय, पान, भुजा भरी का दुकान चलाते है, क्या रेल्वे सरकार या प्रशासन सिर्फ गरीबों के ही इस झोपड़ी को तोड़ कर इनके रोजी रोटी पर लात मारेंगे,और पक्का मकान बना कर मोटी कमाई करने वाले दबंगों और पूंजीपतियो पर नही,अगर बुलडोजर चलाना ही है तो रेलवे के जो पूर्व फाटक है वहा से चलाया जाए तब जा कर अतिक्रमण अच्छी तरह से हटेगा,लेकिन रेल्वे के अधिकारी ऐसा नहीं करेंगे क्युकी इन लोगो को लाखो रुपए का महीना दिया जाता है जो सिर्फ अधिकारी सब ही बाट लेते है, इस लाखो के मोटी रकम रेल्वे सरकार को नही जाता है फिर भी ये अतिक्रमित पक्के के मकान किसी साल नही टूटता जिसका कारण है रेल्वे के अफसरों का इन अतिक्रमणकारियों से पैसे खाना,आखिर कब तक ऐसा चलेगा पूछता है पूरे बैरगनिया वासी।और पत्रकार महोदय लोग से भी मेरा आग्रह है की सिर्फ आप लोग गरीबों के झोपड़ी को ही तुरबाने का हमेशा न्यूज न दे बल्कि रेल्वे के उस अतिक्रमित जमीन को भी दिखाए जो पूंजीपति और दबंगों के द्वारा सालो से अतिक्रमित कर पक्का के बड़े बड़े मकान बना कर मोटी कमाई कर रहे है, तो ही आप लोगों का पत्रकारिता सही है नही तो सिर्फ गरीबों पर न्यूज बना कर और उसके रोजी रोटी पर लात मारना गलत है।
मुसाचक युवा सेना और मुसाचक के लोगो का कहना हैं शराब मुक्त बिहार ये झूठा है प्रचार सुनिए नीतीश कुमार हमारे पंचायत में खुल्याम दारू बिकता है आप इसका जांच करवाए और इनका कहना हैं। पूरे बिहार में दारू बिकता है। फिर किस बात का शराब मुक्त बिहार बंद करिए झूठा प्रचार या बंद करिए पूर्ण से दारू का व्यापार
टिप्पणियाँ