पुरी सर बनाम मोदी सर
THE MAN, THE MYTH, THE LEGEND इस तरह से लिखा था कि लगा कि मोदी सर आ गए हैं। ध्यान से देखने पर लगा कि ये तो कोई पुरी सर हैं। दरअसल मोदी सर के लिए इसी तरह के स्लोगन लिखे जाते हैं जिस तरह के पुरी सर के लिए लिखे गए हैं।
सोमवार के अख़बारों के फ़्रंट पेज पर मोदी सर का जल देते हुए विज्ञापन आया था। मोदी सर की तस्वीर का भाव भी कुछ ऐसा ही था जो पुरी सर की तस्वीर का भाव है। लेकिन महंगाई और रोज़गार जैसे फ़ालतू विषयों से ध्यान हटा कर हिन्दू गौरव का कल्पना कराने वाले मोदी सर की जगह आज पुरी सर को देख कर मोदी सर को मिस करने लगा। काश पुरी सर की जगह मोदी सर ही जाते और ऐसे ही उड़ने की पश्चिमी नायकों की कल्पना को मात दे देते। मुझे भरोसा है कि जब कभी मोदी सर का ऐसा विज्ञापन छपेगा उसमें वे फैंटम या स्पाइडर मैन की लिबास में उड़ने के लिए तैयार नहीं दिखेंगे बल्कि जटायु से प्रेरित लिबास में बकायदा उड़ते हुए दिखेंगे। पुरी सर से यहीं चूक हो गई है। थोड़ी भारतीयता का ख़्याल रखना चाहिए था । ऐसा लग रहा है कि पुरी सर अपने छात्रों को अमरीका ले जाने के लिए तैयार करा रहे हैं। ताकि मोदी सर की नौटंकियों से मुक्ति मिले। पुरी सर उड़ने के लिए लाँच पैड पर आ गए हैं। मोदी सर घाट पर स्नान कर रहे हैं ताकि बेरोज़गार वोट दे दें।
पुरी सर भी मिथक बन गए हैं। इसके लिए वे जीवन में कितनी उपेक्षाओं गुजरे होंगे। लोग असफल मानते होंगे। सरकारी टीचर की नौकरी नहीं मिली होगी या छोड़ कर कोचिंग गए होंगे तब भी ताने सुने होंगे। एक कोचिंग संस्थान में पढ़ाते पढ़ाते आज पुरी सर अपने विषय में देश भर में ब्रांड बने हैं तो इसके पीछे की मेहनत का सम्मान करता हूँ। काश कोचिंग सिस्टम नहीं होता। मैं इसका आलोचक हूँ लेकिन पढ़ाई का दूसरा सिस्टम भी तो नहीं है। पुरी सर जैसे शिक्षकों ने कमाल की साख बनाई है। यूनिवर्सिटी या किसी कॉलेज ने ऐसी साख बनाई है? पुरी सर ब्रांड बन गए हैं। उनका चेहरा न होता तो कोई कंपनी करोड़ों रुपये के विज्ञापन नहीं देती। पुरी सर को बधाई। आज पुरी सर जैसे टीचर ऑक्सफ़ोर्ड गए बिना साल में कई करोड़ कमा रहे हैं हल्की बात नहीं है।
कम से कम पुरी सर नौकरी में सफलता का सपना तो दिखा रहे हैं, मोदी सर तो नौकरी की बात ही नहीं कर रहे हैं। युवाओं
को मोदी सर से नौकरी की बात सुननी भी नहीं है लेकिन पुरी सर की तो सुननी पड़ेगी। पैसे जो दिए होते हैं।
मुसाचक युवा सेना और मुसाचक के लोगो का कहना हैं शराब मुक्त बिहार ये झूठा है प्रचार सुनिए नीतीश कुमार हमारे पंचायत में खुल्याम दारू बिकता है आप इसका जांच करवाए और इनका कहना हैं। पूरे बिहार में दारू बिकता है। फिर किस बात का शराब मुक्त बिहार बंद करिए झूठा प्रचार या बंद करिए पूर्ण से दारू का व्यापार
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